आपने कई बार रात के समय कुत्तो को भौंकते हुए या रोते हुए तो जरूर सुना होगा. ऐसे में कुछ लोगो का मानना है कि कुत्तो का रोना शुभ नहीं होता. जी हां कई लोगो का ये कहना है कि जब कोई कुत्ता हमारे आस पास रोता है, तब हमारे घर में या गली मोहल्ले में कुछ न कुछ तो अशुभ जरूर होता है. हालांकि आज भी कई लोगो के मन में ये सवाल उठता है कि आखिर कुत्ते रात को ही क्यों रोते है? क्या रात को उन्हें वास्तव में भूत दिखाई देते है? क्या सच में कुत्तो का रोना अशुभ होता है. बरहलाल अगर आपके मन में भी कभी ये सवाल आये हो तो आपको परेशान होने की बिलकुल जरूरत नहीं है. वो इसलिए क्यूकि आज हम आपको बताएंगे, कि आखिर कुत्ते रोते क्यों है.

जी हां इसके साथ ही आपको ये भी पता चल जाएगा कि वास्तव में कुत्तो का रोना शुभ माना जाता है या अशुभ माना जाता है. वैसे आपने हमारे बड़े बुजुर्गो को कई बार ये कहते हुए सुना होगा कि घर के आस पास किसी भी कुत्ते का रोना अच्छा नहीं होता. इसलिए तो वो रोते हुए कुत्ते को अपने घर से दूर भगाने की हिदायत देते है. हालांकि आपकी जानकारी के लिए बता दे कि वास्तव में ये कुत्तो की किसी दूसरे तक संदेश पहुँचाने की तकनीक होती है. गौरतलब है कि कुत्तो को भेडियो की प्रजाति का माना जाता है. ऐसे में वो उन्ही की तरह व्यव्हार करते है. जी हां दरअसल भेड़िये भी अपना संदेश पहुँचाने के लिए हाउल ही करते है. तो चलिए अब आपको कुत्तो के रोने के बारे में भी जरा विस्तार से बता ही देते है.

१. गौरतलब है कि हर गली और मोहल्ले में कुत्तो के भी अपने अपने इलाके होते है. जहाँ दूसरे कुत्तो के आने की मनाही होती है. इसलिए जब किसी कुत्ते के इलाके में कोई दूसरा कुत्ता एंट्री करता है, तब इलाके के कुत्ते घुर्रा कर और हाउ करके दूसरे कुत्तो को वार्न करते है. इसके साथ ही वो अपने दूसरे साथियो को भी इलाके की सुरक्षा के लिए आवाज लगाते है. हालांकि कुत्ते गुस्से से या चिढ कर भी हाउ करते है, लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि वो आपको काटेंगे.

२. इसके इलावा जब कुत्ते किसी चीज से इर्रिटेट हो जाते है, तो ऐसे में अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए भी वो हाउ करते है यानि रोते है. जी हां जैसे कि कुत्तो को गाड़ियों की तेज आवाजे, बर्तनो का शोर ये सब बिलकुल अच्छा नहीं लगता. जिसके कारण वो हाउ की आवाज निकालने लगते है.

३. इसके साथ ही अगर कुत्तो को कभी चोट लग जाएँ तो वो दर्द की वजह से भी हाउ करते है यानि रोना शुरू कर देते है. जी हां खास तौर पर जब कुत्ते किसी को अपनी बात समझाने की कोशिश करते है, तब भी वो हाउ ही करते है. इसके इलावा जब कोई कुत्ता झुण्ड तक अपनी लोकेशन पहुँचाने की कोशिश करता है, तब भी वो अक्सर रोने जैसी आवाज ही निकालता है.

यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो कुत्ते भी बेवजह नहीं रोते है, बल्कि जब उन्हें जरूरत होती है, वो केवल तभी रोते है. जी हां इसका मतलब ये है कि कुत्तो का रोना वास्तव में अशुभ नहीं होता.

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