मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के गांव गुदावल में स्थित काली मां की मंदिर को चमात्कारिक मंदिर कहा जाता है। जंगलों के बीच बसा रायसेन के गुदावल का यह मंदिर कंकाली मंदिर के नाम से जाना जाता है। क्योंकि यहां मां काली का सिर हिलता है। इस मंदिर के बारे में यह कहा जाता है, कि खास कर नवरात्रिमें में मां अपने सिर को कुछ पल के लिए सीधा करती हैं। यह अद्भुद संयोग देखने के लिए भक्तों का जमावड़ा भी लगता है।

यहां मंदिर में स्थापित मां काली की गर्दन तिरछी है, और नवरात्रिमें में वो अचानक सीधी हो जाती है। इस मंदिर की ऐसी मान्यता है, कि माता की गर्दन को सीधा करते हुए जो देख लेता है उसका भाग्य चमक जाता है। उसके बिगड़े काम और भाग्य सुधर जाते हैं।

मंदिर में मां काली की प्रतिमा भी अद्भुद मानी जाती है। नवरात्र में मां के इस चमत्कार को देखने के लिए भक्त दूर दूर से आते हैं। लोगों का मानना है बच्चे की आस के लिए यहां महिलाएं उलटे हाथ गोबर से मंदिर के बाहर लेपन करती हैं और उनकी गोद भर जाती है।

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