जब से राज कुंद्रा को 19 जुलाई को कथित तौर पर अश्लील फिल्में बनाने और उन्हें कुछ ऐप के जरिए प्रकाशित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से चल रहे मामले में नए खुलासे हुए हैं। ताजा अपडेट के मुताबिक कारोबारी की गिरफ्तारी के पीछे असली वजह यह थी कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए कथित तौर पर सबूत को छिपा रहे थे।

टाइम्स ऑफ इंडिया में एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार, मामले में लोक अभियोजक अरुणा पाल ने बॉम्बे हाई कोर्ट में खुलासा किया कि राज कुंद्रा सबूत नष्ट कर रहे थे। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि व्यवसायी ने व्हाट्सएप चैट और ग्रुप को हटा दिया जिस से कि उनकी गिरफ्तारी न हो। इतना ही नहीं, कुंद्रा के तकनीकी सहयोगी रेयान थोर्प, जो गिरफ्तार भी हैं, पर भी कथित तौर पर सबूत मिटाने का आरोप लगाया गया था।

टाइम्स ऑफ इंडिया में पहले की एक खबर में यह भी कहा गया था कि राज कुंद्रा ने इस साल की शुरुआत में मार्च के महीने में अपना फोन बदल दिया था। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए व्यवसायी ने अपना पुराना फोन फेंक दिया था। मुंबई क्राइम ब्रांच ने कथित तौर पर उन ऐप्स से 51 अश्लील फिल्में जब्त की हैं, जिन्हें राज और उनके सहयोगी संचालित करते थे। उन्होंने यह भी पाया कि कुंद्रा ने अपने बहनोई प्रदीप बख्शी को एक ईमेल भेजा, जो यूके में केनरिन लिमिटेड के मालिक थे, जो कथित तौर पर हॉटशॉट्स ऐप में एडल्ट कंटेंट अपलोड कर रहे थे। मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा उनकी जमानत याचिका खारिज किए जाने के बाद राज फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

राज कुंद्रा के एप्लिकेशन Hotshots की बात करें तो राज कुंद्रा और उनके साथियों की गिरफ्तारी के बाद इसे Google Play Store और Apple App Store ने हटा लिया था। बॉलीवुडलाइफ की एक खबर के मुताबिक, ऐप का एपीके (एंड्रॉइड पैकेज) विभिन्न वेबसाइटों पर भी उपलब्ध है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि हॉटशॉट्स एप्लिकेशन के अबाउट के बारे में आप पढ़ेंगे तो इसे "एचडी वीडियो और शार्ट फिल्म्स बनाने" के रूप में पढ़ा जाता है। विवरण में आगे 'हॉट फोटोशूट से निजी सामग्री, लघु फिल्में, और दुनिया भर से मशहूर हस्तियों की जीवन शैली का अनुभव' शामिल है। समाचार रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उपयोगकर्ता भुगतान के माध्यम से साइट पर विशेष चित्रों और वीडियो का लाभ उठा सकते हैं।

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