बता दें कि मशहूर डायरेक्टर शेखर कपूर की सुपरहिट मूवी मि. इंडिया ने अपने जमाने में सिनेमाई पर्दे पर कमाल कर दिया था। यह फिल्म इतनी हिट हुई कि अनिल कपूर का नाम ही मि. इंडिया पड़ गया। इस फिल्म में श्रीदेवी और अनिल कपूर की जोड़ी ने धमाल मचा दिया। बता दें कि इस मशहूर फिल्म के पटकथा लेखक का नाम जावेद अख्तर है, जी हां वहीं शबाना आजमी के शौहर।

जावेद साहब ने मिस्टर इंडिया की पटकथा अमिताभ बच्चन को दिमाग में रखकर लिखी थी, लेकिन बच्चन साहब ने कहा कि इस फिल्म में आधे से ज्यादा टाइम हीरो गायब ही रहता है। जब हम पर्दे पर दिखेंगे नहीं तो बिकेंगे कैसे। यही बात राजेश खन्ना ने भी कही और दोनों अभिनेताओं ने मि. इंडिया ठुकरा दी।

उस जमाने में अनिल कपूर किसी भी फिल्म को छोड़ते नहीं थे, हर फिल्म साइन करते थे। लिहाजा उन्होंने हां कर दी और बन गए मिस्टर इंडिया। इस फिल्म में एक प्यारी सी बच्ची थी टीना, जिसने सभी को रूलाकर रख दिया। फिल्म में इस बच्ची को साइकिल पर बिठाकर मिस्टर इंडिया गुब्बारे दिलाने जाता है।

यह बच्ची बहुत बड़ी हो चुकी है, नाम है हुज़ान खुदई जी। फिल्म मिस्टर इंडिया में टीना एक बम ब्लास्ट में मर जाती है। टीना का अंतिम संस्कार ​इस फिल्म का यादगार सीन था। डायरेक्टर शेखर कपूर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी बेटी उनसे बार-बार यही सवाल पूछती थी कि पापा आपने उस बच्ची को मरने क्यों दिया। तब उन्होंने कहा कि जाकर जावेद अंकल से पूछो, कहानी तो उन्होंने लिखी है।

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