कमांडो बनने के लिए कौनसा कोर्स करना है जरूरी, क्या होती है एबिलिटी, जानिए
कमांडो की जॉब देश के सब से सम्मानजनक पदों में से एक हैं। ये पुलिस और रक्षा बालों की स्पेशल फोर्सेस होती हैं।कमांडो बनना बेहद ही कठिन है। क्वालिफिकेशन के साथ साथ कमांडो बनने के लिए एक कठिन ट्रेनिंग से भी गुजरना होता है जो इतनी आसान नहीं होती है। लेकिन यदि आप आर्मी में कमांडो बनना चाहते हैं तो आपको पहले आर्मी में सोल्जर या ऑफिसर के रूप में ही नियुक्ति मिलेगी। इसके लिए आपको जारी होने वाले नोटिफिकेशन पर नजर रखनी होगी और इसके लिए अप्लाई करना होगा। वर्किंग सोल्जर या ऑफिसर कमांडो बनने के लिए उस कैंडिडेट को स्पेशल फोर्सेस रेजिमेंट्स में 6 महीने की ट्रेनिंग करनी होती है।
12वीं के बाद कमांडो बनने के पहले रक्षा सेनाओं में आप इन सब कोर्स में से एक चुन सकते हैं।
टेक्निकल इंट्री स्कीम
- आर्मी
- नेवी
- मिलिट्री
- एयर फोर्स
आर्मी में सोल्जर भर्ती के लिए क्या होनी चाहिए एलिजिबिलिटी
- 10वीं पास या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण
- आई साइट नॉर्मल (6/6)
- न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष
- कैंडिडेट को भारत का नागरिक होना चाहिए
- हाइट न्यूनतम 157 सेंटीमीटर
रक्षा सेनाओं में 12वीं के बाद ऑफिसर्स एंट्री
सोल्जर के अतिरिक्त कैंडिडेट ऑफिसर के रूप में सेलेक्ट हो जाने के बाद भी कमांडो के लिए अप्लाई कर सकता है। इसके लिए 12वीं के बाद आप (नेशनल डिफेंस एकेडमी-NDA) की परीक्षा दे सकते हैं जो कि UPSC द्वारा साल में 2 बार आयोजित करवाई जाती है। NDA यानी नेशनल डिफेंस अकेडमी की परीक्षा देने के लिए कैंडिडेट को 12th पास होना चाहिए। NDA परीक्षा के माध्यम से आप आर्मी, नेवी या एयर फोर्स, जिसमें आपकी रूचि हो, उसका चयन कर सकते हैं।
कमांडो ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट:
- अनआर्म्ड एवं कमांडो कंबाट एकेडमी
- क्वार्टर बैटल ट्रेनिंग
- एयर फोर्स एकेडमी डुंडीगल
- गार्ड कमांडो फोर्स नई दिल्ली
- कमांडो ट्रेनिंग एकेडमी हैदराबाद
- दी काउंटर इंसर्जेंसी एवं जंगल वेलफेयर स्कूल मिजोरम