क्या है CDS एग्जाम, जानिए योग्यता से लेकर परीक्षा तक की पूरी जानकारी
जो लोग आर्मी, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना में जाना चाहते हैं उनके लिए हर साल कंबाइंड डिफेंस सर्विस एग्जाम करवाया जाता है। यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोजित) द्वारा यह एग्जाम साल में 2 बार करवाया जाता है। इसके लिए पहले रिटर्न एग्जाम होता है उसके बाद कैंडिडेट्स को स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड की तरफ से इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इंटरव्यू में सेलेक्ट हो जाने के बाद ट्रेनिंग मिलती है और इसी के बाद कैंडिडेट्स का सेलेक्शन निर्धारित पद के लिए होता है।
आमतौर पर अक्टूबर और जून के महीनों में इस परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाता है और सीडीएस परीक्षा फरवरी और नवंबर के महीने में दो बार आयोजित की जाती है।
सीडीएस परीक्षा क्या है
इसका पूरा नाम कंबाइंड डिफेंस सर्विस है और यह परीक्षा यूपीएससी द्वारा साल में 2 बार आयोजित करवाई जाती है। सीडीएस लिखित परीक्षा में तीन तरह के टेस्ट लिए जाते हैं जिसमे मैथ्स, जनरल नॉलेज और इंग्लिश शामिल है। सीडीएस एग्जाम को अच्छे से समझने के लिए आवश्यक एलिजिब्लिटी, एज लिमिट और सेलेक्शन प्रोसेस के बारे में जानते हैँ।
सीडीएस परीक्षा के लिए एज लिमिट
भारतीय सेना- 19-24 साल
नौसेना- 19-22 साल
वायुसेना- 19-24 साल
एलिजिब्लिटी-
IMA और OTA के लिए किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से डिग्री
वायु सेना के लिए बीएससी फिजिक्स या इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन
नौसेना के लिए बीएससी फिजिक्स या इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन
सिलेबस क्या होता है?
जिन उम्मीदवारों ने IMA, NA और FFA के लिए आवेदन किया है उनके मैथ्स, इंग्लिश और जनरल नॉलेज के 100-100 मार्क्स के तीन पेपर होते हैं। इसके अलावा अधिक जानकारी के लिए विभाग की वेबसाइट पर जा सकते हैं।
सीडीएस परीक्षा के लिए तैयारी कैसे करें-
जो लोग इस साल सीडीएस की परीक्षा देने के बारे में सोच रहे हैं वो अपने बेसिक टॉपिक पर ज्यादा फोकस करें। आप कोचिंग, ऑनलाइन पोर्टल और सेल्फ स्टडी की मदद से अपने इस सपने को साकार कर सकते हैं।