पीसीएस ऑफिसर या प्रांतीय सिविल सेवा अधिकारी, उत्तर प्रदेश सरकार की राज्य सिविल सेवा के ग्रुप ए और ग्रुप बी के तहत ली जाने वाली प्रशासनिक सिविल सेवा होती है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा आयोजित राज्य सिविल सेवा परीक्षा द्वारा पीसीएस अधिकारियों की नियुक्ति की जाती है। पीसीएस अधिकारी के लिए ली जाने वाली परीक्षा को संयुक्त राज्य/ऊपरी अधीनस्थ सेवा परीक्षा के रूप में जाना जाता है।

एक पीसीएस अधिकारी राज्य प्रशासन, कानून और व्यवस्था के रख-रखाव के लिए जिम्मेदार होता है। पीसीएस अधिकारी जिला, विभागीय और राज्य स्तर पर विभिन्न पदों पर काम करता है।

2012 के आंकड़ों के मुताबिक, यूपी में आईएएस कैडर के 537 अधिकारी है, जिनमें से 374 की सीधी भर्ती की जाती हैं जबकि शेष 163 अधिकारियों को राज्य नागरिक सेवाओं के लिए चयन किया गया था।

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पीसीएस अधिकारी कैसे बना जा सकता है?

यूपीपीएससी पीसीएस पदों के लिए हर साल एक नोटिफिकेशन जारी करती है। जिसके बाद यूपीपीएससी राज्य के विभिन्न केंद्रों में संयुक्त राज्य / ऊपरी अधीनस्थ सेवा के लिए परीक्षा का आयोजन करवाती है। परीक्षा के दौरान पहले प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की जाती है जिसके बाद लिखित परीक्षा और फिर इंटरव्यू के जरिए चयन किया जाता है।

केवल उन्हीं उम्मीदवारों को मुख्य (लिखित) परीक्षा के लिए बुलाया जाता है जो प्रारंभिक परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं।

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सैलरी?

एक पीसीएस अधिकारी के पद पर काम करने के दौरान आपको 9300-34800 रूपये तक की सैलरी मिलती है।

पीसीएस अधिकारी बनने के लिए क्या अकादमिक योग्यताएं होनी चाहिए?

उम्मीदवारों के पास आवेदन करने के लिए अंतिम तारीख से पहले किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या उसके समकक्ष कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की हुई होनी चाहिए।

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