बहुत से कैंडिडेट्स टीचर बनने का सपना देखते हैं। यह एक ऐसा करियर विकल्प है जिसके लिए आपको बहुत अधिक पढ़ने की भी आवयश्कता होगी। टीचर बनने के लिए बैचलर ऑफ एजुकेशन यानि कि बीएड करना जरूरी होता है। लेकिन बहुत से कैंडिडेट्स को इस बारे में जानकारी नहीं होती है कि बीएड किस तरह किया जाये और इस कोर्स के बारे में भी पूरी जानकारी नहीं होती है।

बीएड को इससे पहले बैचलर ऑफ ट्रेनिंग (बीटी) के रूप में जाना जाता था। यह कोर्स 2 साल का होता था लेकिन अब यह 3 साल का हो गया है।

बीएड के दौरान कैंडिडेट्स को किस आधार पर प्रशिक्षित किया जाएगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने किस स्ट्रीम को चुना है। कला स्ट्रीम के छात्रों को नागरिक, इतिहास, भूगोल और भाषा जैसे सब्जेक्ट्स पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।

वहीं बात करें विज्ञान स्ट्रीम के छात्रों की तो इन्हे भौतिकी, गणित, रसायन विज्ञान और जीवविज्ञान पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। बीएड करने के बाद आप उच्च प्राथमिक विद्यालयों और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के स्टूडेंट्स को पढ़ाने के योग्य होते हैं। राष्ट्रीय परिषद वैधानिक निकाय है जो भारत में बीएड जैसे कोर्स को कंट्रोल करता है।

B.Ed में कौनसे विषय पढ़ाए जाते हैं-

एजुकेशन असेसमेंट
एजुकेशन, कल्चर, और मानवीय मूल्य
काउंस्लिंग
शिक्षा का दर्शनशास्त्र
एजुकेशन साइकोलॉजी

क्या होनी चाहिए योग्यता-

बीएड के किसी कॉलेज में एडमिशन कैंडिडेट की न्यूनतम योग्यता बैचलर ऑफ साइंस (बीएससी), बैचलर ऑफ आर्ट्स (बीए) या बैचलर ऑफ कॉमर्स (बीकॉम) की डिग्री कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना जरुरी है। इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम भी देना होता है जो सामान्य तौर पर जून-जुलाई के महीने में होता है।

देश के कुछ टॉप बीएड कॉलेज-

अन्नामलाई विश्वविद्यालय, कुड्डालोर
बैंगलोर विश्वविद्यालय, बैंगलोर
एमिटी इंस्टिट्यूट ऑफ एज्युकेशन, नई दिल्ली
पंजाब विश्वविद्यालय, (पीयू), चंडीगढ़
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू), दिल्ली

बीएड करना क्यों फायदेमंद हैं?

बीएड कोर्स का सिलेबस इस तरह का होता है जिसमे कि शिक्षण से संबंधित सारे स्वीकार्य सिद्धांतों के बारे में बताया जाता है कि आपको बच्चों को किस तरह पढ़ाना है, किस परिस्थिति में क्या करना है और हमारी समझ को बढ़ाता है ताकि हम अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकें।

इसके बाद आप एमएड भी कर सकते हैं।

बीएड के बाद कहां जॉब कर सकते हैं-

शिक्षा विभाग
कोचिंग सेंटर
निजी कोचिंग
अनुसंधान और विकास एजेंसियां
होम ट्यूशन
स्कूलों और कॉलेज

किन पदों पर जॉब कर सकते हैं-

बीएड करने के बाद आप एक टीचर, कंटेंट राइटर, सहायक अध्यक्ष,शिक्षा शोधकर्ता, काउंसलर, प्रशिक्षक, सिलेबस डिजाइनर, पुस्तकालय अध्यक्ष आदि।

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