हम हर रोज ये सुनते आ रहे हैं कि हमारे एजुकेशन सिस्टम की हालत खराब होती जा रही है। लोगों को ये शिकायत रहती है कि अक्सर अच्छी स्कूलों में शिक्षा के बुनियादी सिद्धांतों की अनदेखी की जाती है। कुछ लोग इन स्कूलों को उबाऊ कहते हैं तो कुछ परंपरागत तरीकों से पढ़ाई करने को ही सही मानते हैं।

लेकिन आज भी दुनिया भर के कुछ स्कूल ऐसे हैं जिनमें पढ़ाई जाने वाली एजुकेशन आपको हैरान कर देगी, क्योंकि यहां पढ़ाई कुछ और ही तरीके से की जाती है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही स्कूलों के बारे में।

ट्रेन प्लेटफार्म स्कूल, भारत-

बच्चों को सड़कों पर भीख मांगते हुए देखकर उन्हें शिक्षित करने के फैसले को लेकर एक भारतीय शिक्षक इंद्रजीत खुराना ने इस स्कूल की पहल की थी। बच्चों को स्कूली शिक्षा देते हुए ये 4,000 छात्रों के साथ-साथ उनके परिवारों को भोजन और दवा भी देते हैं।

मकोको फ़्लोटिंग स्कूल, नाइजीरिया-

मूल रूप से इस स्कूल को लागोन में बढ़ते पानी के स्तर को देखते हुए बनाया गया था। यह विद्यालय पानी के ऊपर तैरता है और यहां तक कि अत्यधिक खराब मौसम में भी लगभग 100 बच्चों को एक साथ बैठा कर पढ़ा देता है।

ग्रीनस्ट स्कूल, इंडोनेशिया-

यह दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन स्कूल है जिसमें क्लासें बांस और स्ट्रॉ से बनी झोपड़ियों के अंदर लगाई जाती है। इसके अलावा यहां 100 से अधिक सौर पैनलों का उपयोग किया जाता है।

डोंग झोंग स्कूल, चीन-

प्रकृति द्वारा बनाया हुआ यह स्कूल साल 1984 में खोजा गया था जो कि ज़ियान काउंटी में माओ गांव के चीन के सबसे गरीब इलाकों में से एक में स्थित है। इस स्कूल के जरिए उन बच्चों को शिक्षित किया जाता था जिनके पास शिक्षा की पहुंच नहीं होती थी। साल 2011 में, यह स्कूल चीनी सरकार द्वारा बंद कर दिया गया था।

स्कूल इन द रियल वर्ल्ड, यूएसए-

यह स्कूल बच्चों को जो कुछ चाहिए वो करने देता है। इसका ये फायदा रहता है कि जब वे बड़े होते हैं तो उन्हें ये पता रहता है कि उन्हें किस कोर्स की तरफ जाना है। वे अपनी रुचि के क्षेत्र को खोज पान में माहिर हो जाते हैं। उनकी शिक्षण रणनीति वर्तमान में देश भर में 55 स्कूलों द्वारा अपनाई जा चुकी है।

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