ओडिशा के माओवाद प्रभावित मलकानगिरी जिले में रहने वाली आदिवासी लड़की के बारे में किसी ने नहीं सोचा हो कि वह एक दिन पायलट बन जाएगी। लेकिन मेहनत और लगन के दम पर उन्होंने अपने सपने को पूरा कर दिखाया।

हम बात कर रहे है अनुप्रिया लाकड़ा की जो बचपन से ही पायलट बनना चाहती थीं, इस ख्वाब को पूरा करने के लिए उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और 2012 में एविएशन एकेडमी ज्वॉइन कर लिया। सात साल तक की ट्रेनिंग के बाद उनका पायलट बनने का ख्वाब पूरा हुआ. भुवनेश्वर ओडिशा की अनुप्रिया लाकड़ा देश की पहली महिला कॉमर्शियल पायलट बन गई हैं।

आपको बता दें, ओडिशा पुलिस में अनुप्रिया के पिता एक हवलदार हैं और मां हाउस वाइफ है। उनके पिता ने कहा "2012 में अनुप्रिया भुवनेश्वर में पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में शामिल हुई थी. हम खुश है कि वह पायलट बन गई है. उसका सपना पूरा हो गया है। अब एक प्राइवेट विमान में वह को- पायलट के रूप में अपनी सेवाएं देंगी।

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