ये दो आईआईटियन उगाते हैं आलू और प्याज, कमाई है करोड़ों में, आखिर कैसे ?
अगर आप भी अपना खुद का बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको सिर्फ पैसे की ही जरूरत नहीं होती है, पैसे के साथ-साथ आपको एक शानदार आइडिया भी चाहिए होता है। आप बिना आइडिया के आगे बढ़ नहीं सकते हैं। आज हम जिन दो लोगों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उनके बारे में सुनकर आपको पता चलेगा कि कैसे आइडिया पैसे से भी ज्यादा मायने रखता है।
आईआईटी खड़गपुर से ग्रेजुएशन करने वाले दो दोस्त कौस्तुभ खरे और साहिल पारिख ही वो दोनों छात्र हैं जो आज खेती करके करोड़ों में कमाई कर रहे हैं। इन सब के पीछे जो चीज काम आ रही है वो है इनकी तकनीक। जी हां, दोनों ने ही अपनी जॉब छोड़कर खुद की एक कंपनी खोली जिसका नाम दिया 'खेतीफाई'। इनके पास खेती करने के लिए कोई जमीन नहीं थी इसलिए इन्होंने अपनी दो सौ वर्ग मीटर की छत पर ही इसे शुरू कर लिया।
किस तकनीक का करते हैं इस्तेमाल?
हम सभी जानते हैं कि किसी भी फसल को उगाने के लिए मिट्टी और पानी का अधिक इस्तेमाल होता है औऱ छत पर हम इनको ज्यादा काम में नहीं ले सकते हैं तो इन्होंने इस समस्या से निजात पाने के लिए एक नया हल निकाला। इन्होंने जो मॉडल तैयार किया उसके अनुसार उसमें मिट्टी और पानी बहुत ही कम लगता है।
छत पर वाटरप्रूफ क्यारी बनाने के बाद इन्होंने मिट्टी की बजाए नारियल के खोल यानी सूखे छिलकों को काम में लिया। इसके अलावा कुछ और आवश्यक तत्व भी साथ में मिला दिए।
क्या कहते हैं इस तकनीक को?
ये दोनों आईआईटियन जिस तकनीक का इस्तेमाल खेती करने के लिए करते हैं उसे हाइड्रोपोनिक तकनीक कहा जाता है। इस तकनीक में फसल उगने के लिए मिट्टी की जगह ज्यादा पानी को सोखती है इसके अलावा सूरज की रोशनी काफी होती है।