इंटरनेट डेस्क। बहुत से छात्र आज भी इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने के लिए उतावले रहते हैं, क्योंकि सालों से इंजीनियरिंग भारत में सबसे विश्वसनीय कोर्स माना जाता है और छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय कार्यक्रम है।

अपने शुरूआती दौर में जहां इंजीनियरिंग बहुत ही संकीर्ण क्षेत्र हुआ करता था वो अब कई क्षेत्रों में विभाजित हो चुका है जिसकी वजह से कई पारंपरिक और अपरंपरागत नौकरी के अवसर पैदा हुए हैं। आज हम बात करते हैं कुछ ऐसे इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में जिन्हें नए जमाने के कोर्स कहा जाता है।

1: रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स में इंजीनियरिंग-

इंजीनियरिंग की इस ब्रांच को आर्थिक रूप से उपयोगी सामग्रियों के निष्कर्षण, परिवर्तन और बनाने के गुर सीखने के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसमें एक व्यवस्थित डिजाइन विकास और संचालन प्रक्रिया भी शामिल हैं।

स्कोप क्या है?

इसमें इंजीनियरिंग करने के बाद आप पेट्रोकेमिकल इंजीनियर, प्रोडक्शन इंजीनियर, डिजाइन इंजीनियर, शिफ्ट इंजीनियर आदि पदों पर आसानी से काम कर सकते हैं।

2: एयरोस्पेस इंजीनियरिंग-

इस कोर्स में छात्रों को विभिन्न प्रकार के तकनीकी मुद्दों पर प्रशिक्षित किया जाता है जिसमें डिजाइन विश्लेषण और हवाई जहाज, रॉकेट, मिसाइलों, अंतरिक्ष प्रक्षेपण वाहनों, यूएवी इत्यादि के निर्माण शामिल होते हैं।

स्कोप क्या है?

इस कोर्स के बाद एयरक्राफ्ट डिजाइन एंड एनालिसिस इंजीनियर, एयरक्राफ्ट प्रोडक्शन इंजीनियर, एयरोस्पेस मॉडलिंग और सिमुलेशन इंजीनियर जैसे पदों पर काम करके करियर बनाया जा सकता है।

3: एवियनिक्स के साथ एयरोस्पेस इंजीनियरिंग-

एवियनिक्स इंजीनियरिंग अवधारणाओं और तकनीकों जैसे एयरोनॉटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स को जोड़ती है। एक एयरोस्पेस इंजीनियर विमान की संरचना की डिजाइन और निर्माण के लिए ज़िम्मेदार होता है जबकि विमानन में एक इंजीनियर इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों के लिए जिम्मेदार होता है।

स्कोप क्या है?

इस क्षेत्र में स्नातक करने के बाद संभावित करियर एवियनिक्स डिजाइन, सैटेलाइट इंजीनियर, विमान रखरखाव विशेषज्ञ, प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ जैसे पदों पर काम किया जा सकता है।

4: ऑटोमोटिव डिजाइन इंजीनियरिंग-

ऑटोमोटिव डिजाइन इंजीनियरिंग मोटर वाहन डिजाइन, निर्माण और रख-रखाव की ट्रेनिंग के लिए करवाया जाता है। एक ऑटोमोटिव डिजाइन इंजीनियर से विभिन्न उपकरणों का उपयोग करके वाहन विकसित करने की उम्मीद की जाती है।

स्कोप क्या है?

ऑटोमोटिव इंजीनियर के लिए करियर की संभावनाएं मोटर वाहन डिजाइन इंजीनियर, ऑटोमोबाइल प्लांट्स, ऑटोमोटिव इंजीनियर, उत्पादन योजना और नियंत्रण इंजीनियर, ऑटोमोबाइल डीलरशिप में रखरखाव इंजीनियर जैसे पदों पर काम किया जाता है।

5: फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग-

यह कोर्स आग, धुएं के हानिकारक और विनाशकारी प्रभावों से लोगों, संपत्ति और उनके वातावरण की रक्षा के लिए इमारतों को डिजाइन करने के इंजीनियरिंग सिद्धांतों पर आधारित होता है। फायर इंजीनियरों का डिजाइन क्षेत्र यह सुनिश्चित करने के लिए सबसे आगे हैं कि फायर सेफ्टी को किस तरह से बनाए रखा जा सकता है।

स्कोप क्या है?

इस कोर्स के बाद आप फायर और सेफ्टी मैनेजर, फायर सेफ्टी इंजीनियर, अनुसंधान वैज्ञानिक (अग्नि सुरक्षा) जैसे पदों पर काम कर सकते हैं।

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