इंटरनेट डेस्क। राजस्थान चुनावों से कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सोमवार को राज्य सरकार की तरफ से संचालित स्कूलों और मदरसों में पढ़ रहे 62 लाख बच्चों को हफ्ते में 3 बार दूध पिलाने की योजना शुरू की है। जयपुर के पास दमी कलन में एक स्कूल में अन्नपूर्णा दूध योजना को शुरू करते हुए मुख्यमंत्री का कहना था कि "मैं भी एक मां हूं और बच्चों को बढ़ने और स्वस्थ होने में खुशी महसूस करती हूं।"

इस योजना के तहत 66,506 सरकारी स्कूलों में 62 लाख से अधिक छात्रों को भोजन के समय गर्म दूध मुहैया कराया जाएगा। क्लास 5वीं तक के छात्रों को सप्ताह में तीन बार 150 मिलीलीटर गर्म दूध मिलेगा जबकि क्लास 6वीं से 8वीं तक के छात्रों को 200 मिलीलीटर दूध पिलाया जाएगा।

सरकार का कहना है कि यह योजना हमारे खुश और स्वस्थ भविष्य की नींव है। सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के पोषण स्तर में इससे सुधार होगा और नामांकनों में भी बढ़ोतरी होगी।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि स्कूलों में दूध की आपूर्ति महिला दूध उत्पादन सहकारी समितियों को दी जानी चाहिए। माताएं अपने बच्चों के दूध की गुणवत्ता पर समझौता नहीं करती हैं वैसे ही, महिला दूध उत्पादक समितियां भी गुणवत्ता को बनाए रखेंगी।

राज्य भर में, जिलों और स्थानीय प्रशासन के प्रभारी मंत्रियों ने सरकारी स्कूलों में इस योजना का उद्घाटन किया। हालांकि इस योजना का स्वागत किया गया है, लेकिन एक आम शिकायत यह थी कि विभाग ने दूध में चीनी के बारे में अभी तक नहीं किया है। यह योजना 218 करोड़ के बजट के साथ लागू की जा रही है।

Related News