राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय को मान्यता दे दी है। नैक टीम के निरीक्षण और मूल्यांकन के आधार पर विश्वविद्यालय को बी डबल प्लस ग्रेड दिया गया है, जिसे बहुत ही अच्छा माना जाता है। नैक की अनुमति मिलने के बाद विवि के भौतिक संसाधन में भी बड़ोतरी होंगी, जिसका लाभ सीधे तौर पर प्रदेश के 90 हजार अध्ययनरत विद्यार्थियों को होगा।

मंगलवार को नैक की ओर से विश्वविद्यालय को ईमेल के माध्यम से ग्रेड जारी कर दिया गया है। वर्ष 2005 में स्थापित यूओयू ने पहली बार नैक ग्रेडिंग की मान्यता के लिए आवेदन किया था। जिसके बाद इसी महीने 12 से 14 अक्टूबर को नैक की पांच सदस्यीय टीम विश्वविद्यालय की अकादमिक गुणवत्ता के साथ-साथ प्रशासनिक व ढांचागत व्यवस्था के मूल्यांकन के लिए पहुंची थी।

टीम ने विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर, क्षेत्रीय कार्यालय हल्द्वानी व अध्ययन केंद्र एमबीपीजी कालेज और एसबीएस कालेज रुद्रपुर स्थित केंद्र का निरीक्षण किया। साथ ही वर्ष 2016 से लेकर 2021 तक के अकादमिक वर्षों का एसएसआर के आधार पर मूल्यांकन किया। बाद में टीम ने अपनी रिपोर्ट तैयार की और परिषद को सौंपा। इस उपलब्धि से विवि में खुशी की लहर है।


अब बेहतर एकेडमिक ट्रैक पर पहुंचे : कुलपति
कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने कहा कि वर्ष 2019 तक विश्वविद्यालय के पास अकादमिक स्टाफ व भौतिक संसाधन न के बराबर था, लेकिन पिछले तीन वर्षों में हमने भौतिक संसाधनों में काफी वृद्धि की है और अकादमिक स्टाफ भी बढ़ाया है।

इसके साथ ही कई नए अकादमिक कोर्सों को शुरू किया गया। ढांचागत विकास में अतिथि भवन, कुलपति आवास, विज्ञान भवन, बहुउद्देश्यीय भवन, कर्मचारी आवास, प्रसाशनिक भवन, एमपीडीडी भवन, कैंटीन आदि निर्माण कार्य किए गए। जिस वजह से आज वे बेहतर एकेडमिक टै्रक पर आ गए हैं।


ये लाभ होंगे
- विश्वविद्यालय को यूजीसी अनुदान मिलेगा, जिससे भौतिक संसाधन बढऩे के साथ शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी
- विद्यार्थियों की अंकतालिका और उपाधि पर नैक अक्रीडीटेड यूनिवर्सिटी लिखा मिलेगा
- साक्षात्कार या अन्य विवि में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की उपाधि की मान्यता बढ़ेगी
- अब नए प्रोग्राम/पाठ्यक्रमों को संचालित करने के लिए बार बार यूजीसी से मान्यता नहीं लेनी होगी

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