साथियों हमारा रीट का एग्जाम सेंटर किशनगढ़ रेनवाल जयपुर में था,हम जैसे ही बस से रेनवाल बस स्टैंड पर उतरे तो हमे कुछ टोपी सी लगाए हुए लोग मिले और हमे घेर लिया और पूछने लगे भाई सेंटर कहाँ पर है हम पहले तो घबराए औऱ फिर कुछ समय बाद महसूस किया कि ये लोग सेवादार हैं क्योंकि उनके id कार्ड में खिदमतगार लिखा हुआ था, हमने उनको एडमिट कार्ड दिखाया ही था कि हमारे पास एक गाड़ी आकर रुकी औऱ बोले बैठो भाई आपको आपके सेंटर लेके चलते हैं।

हमे बस स्टैंड से रात में सेंटर लेके गए और फिर रुकने के स्थान पर जब रुकने के स्थान पर गए तो देखा कि ख्वाजा साहब इंटरनेशनल स्कूल में हमारे लिए ठहरने की व्यवस्था की गई थी। साथियों उस विश्राम स्थल पर 500 के आसपास परीक्षार्थी रुके थे।रात में बढ़िया पौष्टिक खाना खिलाया और बढ़िया सोने की व्यवस्था की। रात में जब हम उठे तो हमने देखा कि जो लोग सेवा कर रहे थे वो पहरा भी दे रहे थे कि कही कोई अनहोनी ना हो जाए।

सुबह सभी परीक्षार्थियों को उठाया,चाय-नास्ते,केले आदि की व्यवस्था की और कहा कि आप सभी लोग जैसे ही पहली पारी से निकलो तो वहाँ पर खाने के पैकीट और पानी की व्यवस्था होगी आप बिना किसी टेंसन के पेपर देना। ऐसा कह कर सभी परीक्षार्थियों को साधनों में बिठा कर सेंटर पर छोड़ने का काम उन लोगो ने किया।

फिर हमने जाना कि किशनगढ़ रेनवाल में 11000 परीक्षार्थि पेपर दे रहे हैं उन सबके लिए सेंटर से बहार खाने औऱ पानी की बोतल की व्यवस्था उन सेवकों ने की थी। भाइयों व्यवस्था तो पूरे राजस्थान में ही समाजसेवी लोगों ने की थी लेकिन हम जिस स्थान पर रुके वहाँ की व्यवस्था का जिम्मा मुसलमान भाइयों के जिम्मे था।

जो लोग भारत को हिंदू मुसलमान के नाम पर भड़का कर दंगे करवाना चाहते हैं ,भारत को तोड़ना चाहते हैं उनके मुँह पर ये जोरदार तमाचा था,हमारा और उनका प्यार इतना हो गया कि जब चलने लगे तो भावुक होना स्वभाविक था,मोबाईल नम्बर तक आदान प्रदान करने पड़े
(एक परीक्षार्थी की ज़बानी)

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