BSF में कैसे बना सकते हैं करियर, जानिए पूरा प्रोसेस
देश सेवा की बात आती है तो कई युवा हर साल देश की सीमा पर लोगों की रक्षा करने के लिए सपने देखते हैं और बीएसएफ में जाने की ओर रुख करते हैं। बीएसएफ यानी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स देश का सुरक्षा बल है जिसका काम देश की रक्षा करना और शांति बनाए रखना है।
1965 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद भारत की सीमा पर 1 दिसम्बर 1965 को सीमा सुरक्षा बल (BSF) को बनाया गया था।
बात करें बीएसएफ में काम करने वाले कमांडो और कुल सभी इकाइयों की तो कुल 2.5 लाख कर्मचारी इसमें काम कर रहे हैं। बीएसएफ में अधिकारी भी अलग-अलग लेवल पर होते हैं। तो आइए जानते हैं कि बीएसएफ में करियर कैसे बनाया जा सकता है।
बीएसएफ में हर साल कई भर्तियां निकलती हैं जिनमे कैंडिडेट्स आवेदन कर सकते हैं।
अस्सिटेंट कमांडेंट-
एंट्री लेवल पर असिस्टेंट कमांडेंट के पदों पर कैंडिडेट्स की भर्ती होती है। अस्सिटेंट कमांडेंट के पद पर 50 प्रतिशत सीटों पर सीधे भर्ती होती है। अस्सिटेंट कमांडेंट के पद के बाद कैंडिडेट को इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोशन मिलता है। इस पद पर काम करने के लिए कैंडिडेट की उम्र 19 से 25 साल के बीच होनी चाहिए।
शैक्षणिक योग्यता-
इन पदों पर काम करने के लिए कैंडिडेट्स के पास मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री होना जरुरी है।
चयन प्रक्रिया-
असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर आपको सबसे पहले फिजिकल फिटनेस टेस्ट पास करना होगा और इसके बाद रिटर्न एग्जाम होता है।
अस्सिटेंट सब-इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल-
अस्सिटेंट सब-इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल पद पर आप मैट्रिक पास करने के बाद अप्लाई कर सकते हैं। अस्सिटेंट सब-इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल पदों पर अप्लाई करने के लिए हाइट कम से कम 170 मीटर होनी चाहिए।
कांस्टेबल-
कांस्टेबल BSF की एक मेन पोस्ट मानी जाती है। जिन युवाओं की उम्र 18 से 23 साल है वो इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन पदों पर आवेदन करने के लिए कैंडिडेट का 10वीं पास होना जरूरी है।
बीएसएफ के इन पदों पर कैसे होता है सेलेक्शन
बीएसएफ में भर्ती के लिए सबसे पहले आपको प्रिलिमाइनरी स्क्रीनिंग और फिजिकल टेस्ट देना होगा।
इसके बाद उन कैंडिडेट्स का डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन किया जाता है।
फिर रिटर्न एग्जाम होता है और इंटरव्यू के बाद कैंडिडेट्स का सेलेक्शन होता है।