भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) क्या है?

आईएएस परीक्षा को देश की सबसे कठिन माना जाता है। यूपीएससी परीक्षा को ही आईएएस परीक्षा कहा जाता है। इस परीक्षा के बाद आईपीएस, आईएएस, और आईएफएस अफसरों को चुना जाता है। इसके बाद इन्हे सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के प्रमुख, मुख्य सचिव, आयुक्त, कैबिनेट सचिव आदि के रूप में नियुक्त किया जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं आईएएस परीक्षा का पैटर्न कैसा होता है और इसके लिए कितने प्रयास मान्य होते हैं।

आईएएस अधिकारी कैसे बनें?

आईएएस यानि यूपीएससी परीक्षा में 3 चरण होते हैं - प्रीलिम, मेन, और इंटरव्यू। यह कठिन परीक्षा है जिसे क्लियर कितना इतना आसान नहीं है लेकिन यह नामुमकिन भी नहीं है।

सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) का पैटर्न

सिविल सेवा परीक्षा 3 चरणों में होती है। परीक्षा का पहला चरण - प्रिलिम्स होता है जो कि सामान्य जून के आसपास होती है, जबकि दूसरा चरण, मेन एग्जाम (रिटर्न) अक्टूबर के आसपास आयोजित किया जाता है। इन दोनों एग्जाम्स को क्लियर कर लेने के बाद कैंडिडेट्स का मार्च से मई के बीच में इंटरव्यू होता है और तीनों के आधार पर कैंडिडेट को चुना जाता है

क्या है एलिजिब्लिटी

जो भी कैंडिडेट्स इस एग्जाम को देना चाहते हैं उनके पास किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री होना जरुरी है। फाइनल ईयर के स्टूडेंट भी इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।

कितने प्रयास है मान्य

यूपीएससी सीएसई में जनरल कैटेगिरी के कैंडिडेट्स के लिए 6 प्रयास मान्य है। ओबीसी कैंडिडेट्स के पास परीक्षा को पास करने के लिए 9 अटेम्प्ट्स होते है। अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति कैंडिडेट्स के लिए परीक्षा को पास करने के लिए अनलिमिटेड अटेम्प्स होते हैं लेकिन उनकी उम्र अधिकतम उम्र के बराबर नहीं होनी चाहिए।

आईएएस परीक्षा आयु सीमाएं

यूपीएससी सिविल सेवा एग्जाम में पार्टिसिपेट करने के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष है। सामान्य श्रेणी के लिए ऊपरी आयु सीमा 32 वर्ष है, ओबीसी के लिए यह 35 वर्ष है जबकि अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के लिए यह 37 वर्ष है।

सिलेबस

सिविल सर्विस प्रिलिम्स एग्जाम 200 नंबर का होता है जिसमे जनरल स्टडी पेपर और सामान्य नरल स्टडी पेपर ll शामिल हैं। ये सारे प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे। प्रिलिम्स एग्जाम में मार्क्स लास्ट रैंकिंग के लिए नहीं गिने जाएंगे लेकिन मेन एग्जाम के लिए ज्यादा मार्क्स लाना जरूरी है।

रिटर्न परीक्षा (मेन) में नौ पेपर होंगे, लेकिन अंतिम योग्यता रैंकिंग के लिए केवल 7 पेपर के मार्क्स गिने जाएंगे। शेष दो पेपर्स के लिए, कैंडिडेट्स को प्रत्येक वर्ष यूपीएससी द्वारा निर्धारित न्यूनतम मार्क्स लाना जरूरी है। मेन एग्जाम 1750 नंबर और इंटरव्यू 275 मार्क्स का होता है।

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