IAS अफ़सरों की जॉइनिंग से लेकर प्रोमोशन तक, जानें हर महीने मिलती है कितनी सैलरी
सरकारी नौकरी हर किसी को पसंद होती है। ऐसी ही एक नौकरी है IAS की नौकरी जिसे हर कोई नहीं पा सकता है। इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है तब जा कर जॉब लग पाती है। आईएएस ऑफिसर को सैलरी भी अच्छी मिलती है और इसके साथ कई सुविधाएं भी मिलती है ,सरकारी नौकरी में ए ग्रेड बी ग्रेड सी ग्रेड और डी ग्रेड मुख्य कैटेगरी हैं जिनके तहत सरकारी नौकरियों को विभाजित किया जाता है। आईएएस ऑफिसर को ग्रेड ए में ही रखा जाता है।
हमारे देश में हर साल लाखों लोग आईएएस बनने का सपना देखते है और कई इसमें सफल होते है तो कई इससे बाहर। क्योंकि इसके लिए यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास करना जरूरी है।
यूपीएससी टेस्ट में जो एस्पिरेंट्स पास हो जाते हैं उन्हें मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री ट्रेनिंग अकैडमी में कड़ी ट्रेनिंग लेनी होती है। आज के इस स्पेशल पोस्ट में हम आपको आईएएस अधिकारियों की बेसिक से लेकर प्रमोशनल सैलरी के बारे में बताने जा रहे हैं। हम आपको जानकरी देंगे कि उन्हें बेसिक वेतन और TA, DA, HRA के अनुसार प्राप्त होगा।
पद अनुसार बेसिक सैलरी
बता दें कि SDM / अवर सचिव / सहायक सचिव की सैलरी 56,100 रुपए होती है। वहीं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM) / उप सचिव / अवर सचिव की सैलरी 67,700 रुपए होती है। इसके अलावा जिला मजिस्ट्रेट/संयुक्त सचिव / उप सचिव का 78,800 रुपए होता है। वहीं जिला मजिस्ट्रेट / विशेष सचिव / निदेशक का 1,18,500 रुपए वेतन होता है। इसके अलावा डिविजनल कमिश्नर / सचिव-सह-आयुक्त / संयुक्त सचिव का वेतन 1,44,200 रुपए है।
वहीं प्रमुख सचिव / अपर सचिव का वेतन 1,82,200 रुपए होता है। अपर मुख्य सचिव का वेतन 2,05,400 रुपए है। प्रमुख शासन सचिव / सचिव का वेतन 2,25,000 रुपए है। सबसे अधिक भारत के कैबिनेट सचिव का वेतन 2,50,000 रुपए होता है।
आईएएस अधिकारीयों को कई अन्य भत्ते भी मिलते हैं। अधिकारियों की सैलरी कार्यकाल और प्रमोशन के साथ बढ़ता रहता है। दरअसल मूल सैलरी हर वर्ष प्राइमरी लेवल पर 3% बढ़ती है। हर साल 0 से 14% तक महंगाई भत्ता में बढ़ोतरी हो सकती है।