अपनी सभ्यता को बचाने के लिए देश के हर इंसान को इसमें अपना योगदान देना चाहिए। इसी की पहल करते हुए, हमारे देश के नैताओं ने अपना योगदान देना शुरु कर दिया हैँ। ऐसा ही एक उदाहरण देखने को मिला हैं, हरियाणा में, जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा कि है कि राज्य के स्कूलों में अगले शैक्षणिक सत्र से भगवद गीता के 'श्लोक' सुनाना सिखाया जाएगा।

जब मुख्यमंत्री ने इस बात की घोषणा की हैं की थी, जब मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद थे। आगे श्री खट्टर ने कहा कि गीता से संबंधित पुस्तकें कक्षा 5 और 7 के पाठ्यक्रम का हिस्सा बन जाएंगी।

हरियाणा मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को गीता के सार को अपने जीवन में उतारना चाहिए क्योंकि पवित्र ग्रंथ का संदेश केवल अर्जुन के लिए नहीं बल्कि हम सभी के लिए दिया गया है।

आपको बता दे कि ज्योतिसर के 'गीतास्थली' में दो एकड़ भूमि पर 205 करोड़ रुपये की लागत से महाभारत-थीम वाला संग्रहालय बनाया जा रहा है।

इसके अलावा खट्टर ने बोला कि राज्य में रामलीला की तरह अगले वर्ष से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान कृष्ण उत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। लगभग छह दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं को झांकी के माध्यम से चित्रित किया जाएगा।

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