सिनेमा हमारे जीवन यानि समाज का आईना है। किसी भी फिल्म को बनाने में अकेले अभिनेता या अभिनेत्री का ज्यादा योगदान नहीं होता है। इसके बाद लेखकों, निर्देशकों, गायकों, संगीतकारों, तकनीशियनों, स्पॉट बॉय आदि की एक पूरी टीम होती है। एक फिल्म निर्माता फिल्म का विजन तैयार करता है, फिर उसके अनुसार टीम को कास्ट करके आगे की योजना बनाता है। आप फिल्ममेकिंग का कोर्स करके भी इस इंडस्ट्री का हिस्सा बन सकते हैं। एक फिल्म निर्माता का काम अपने रचनात्मक कौशल से फिल्म या किसी भी चीज को एक नया आयाम देना होता है। फिल्म निर्माता जरूरत पड़ने पर लेखक के रूप में भी काम करता है। एक्टर अगर किसी सीन में फंस भी जाता है तो डायरेक्टर उसे खींच लेता है।

फिल्म निर्माता कैसे बनें?
फिल्म निर्माता बनने के लिए किसी विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है। इसके लिए आपको फिल्ममेकिंग से जुड़ी जरूरी बातें पता होनी चाहिए। भारत में कई संस्थानों में फिल्म निर्माण पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं। इस कोर्स को करने के बाद असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर करियर की शुरुआत की जा सकती है।



भारत में लोकप्रिय हैं फिल्म निर्माण पाठ्यक्रम:-
यदि आप इस क्षेत्र में रुचि रखते हैं, तो आप फिल्म निर्माण से संबंधित इन पाठ्यक्रमों को कर सकते हैं। डिप्लोमा के साथ-साथ आपके अंदर क्रिएटिव स्किल्स का होना भी बहुत जरूरी है। पता करें कि कौन सा कोर्स आपको इस क्षेत्र में अपना दर्जा दिलाने की अनुमति देता है।
- बीए (बीए) दिशा
- फिल्म निर्देशन में उन्नत डिप्लोमा (फिल्म निर्देशन में उन्नत डिप्लोमा)
- फिल्म निर्देशन में सर्टिफिकेट कोर्स (फिल्म निर्देशन में सर्टिफिकेट कोर्स)
- फिल्म निर्देशन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (फिल्म निर्देशन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा)
- फिल्म निर्देशन (फिल्म निर्देशन)
- प्रसंस्करण और मुद्रण (प्रसंस्करण और मुद्रण)
- मोशन पिक्चर के लिए फिल्में (मोशन पिक्चर के लिए फिल्में)
- शूटिंग प्रारूप (शूटिंग प्रारूप)
- डिजिटल फिल्म निर्माण के प्रकार
- मास कम्युनिकेशन (मास कम्युनिकेशन)

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