बोर्ड सचिव अनुराग त्रिपाठी ने गुरुवार को घोषणा की थी कि सीबीएसई कक्षा 10 बोर्ड के परिणाम जल्द ही जारी होने की उम्मीद है। परीक्षा कोविड -19 महामारी के कारण रद्द कर दी गई थी। परिणाम की तैयारी के लिए बोर्ड ने एक अनूठा मूल्यांकन मानदंड जारी किया है जिसके आधार पर छात्रों को इस वर्ष मार्क्स दिए जाएंगे।

मूल्यांकन मानदंड के अनुसार, कक्षा 10 के छात्रों का कुल 100 अंकों के लिए मूल्यांकन किया जाएगा, जिसमें से 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के लिए आवंटित किए जाएंगे जो विषय के आधार पर प्रेक्टिकल या प्रोजेक्ट वर्क हो सकते हैं जबकि 80 अंक स्कूल द्वारा साल में आयोजित की गई सभी परीक्षाओ के आधार पर होंगे।

80 अंकों को तीन खंडों में विभाजित किया जाएगा - पीरियाडिक/ यूनिट टेस्ट के लिए 10 अंक, अर्धवार्षिक / मध्यावधि परीक्षा के लिए 30 अंक और प्री-बोर्ड परीक्षा के लिए 40 अंक।

यदि स्कूलों ने प्रत्येक श्रेणी में एक से अधिक परीक्षाएं आयोजित की हैं, तो परिणाम समिति यह तय करेगी कि श्रेणी के भीतर प्रत्येक परीक्षा के लिए कितने अंक आवंटित किए जाएंगे। न्यूनतम उत्तीर्ण अंक प्राप्त करने में असमर्थ होने पर छात्रों को 'grace marks' भी दिए जाएंगे।

ग्रेस मार्क्स देने के बाद भी, यदि कोई छात्र योग्यता मानदंड को पूरा करने में सक्षम नहीं है, तो उसे "एसेंशियल रिपीट" या "कम्पार्टमेंट" श्रेणी में रखा जाएगा। इसके अलावा, कोई भी उम्मीदवार जो अंकों से संतुष्ट नहीं है, उसे स्थिति के अनुकूल होने पर परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी।

सीबीएसई ने पहले स्कूलों के लिए आंतरिक मूल्यांकन अंक जमा करने की समय सीमा बढ़ा दी थी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, स्कूलों को अंक जमा करने के लिए 30 जून तक का समय दिया गया है।

Related News