IAS की परीक्षा को लेकर फैलाए जा रहे झूठ से बचें और अभी दूर कर लें सारे मिथक
देश की सबसे बड़ी परीक्षा आईएएस में सफलता पाना जिंदगी के सबसे बड़े सपने को पूरा करने जैसा होता हैं। इस परीक्षा की तैयारी करने वाले लोग इसमें सफलता पाने के लिए किताबों, इंटरनेट और भी कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि समय बदला हैं और इस डिजिटल समय में टेक्नोलॉजी हमारे लिए उम्मीद की एक नई किरण लेकर आई हैं। आईएएस परीक्षा के एक्सपर्ट्स हो या अन्य अभ्यर्थी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर कंटेंट्स प्रोवाइड कराते हैं।
विभिन्न ज्ञाताओं द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और अन्य वेबसाइट पर डाले गए आईएएस परीक्षा संबंधी प्रश्न-उत्तर नए अभ्यर्थियों के लिए बहुत काम आते हैं। आईएएस परीक्षा की तैयारी करने वाले युवकों को काफी मेहनत करनी होती हैं। उन्हें प्रतिदिन कम से कम 18 से 20 घंटे का समय इस परीक्षा में सफलता की नीव रखने के लिए देना होता हैं। लेकिन हम आपको बता रहे हैं ये सभी मिथक बातें हैं। चलिए आईएएस बनने के लिए स्मार्ट तरीके देख लेते हैं ...
समय के मुताबिक अब आपको आईएएस मेन के लिए सिर्फ एक विषय का चुनाव करना होता हैं। यह संख्या पहले दो हुआ करती थी। इस परीक्षा की तैयारी के लिए अन्य मिथकों से परे आपको कुछ विशेष एनसीआरटी किताबें पढ़नी होती हैं। इस परीक्षा में सफल होने के लिए हर प्रकार की किताबें पढ़ने की कोई आवश्यकता नहीं हैं बल्कि आप उन्ही चुनिंदा किताबों का अध्यन करें जो आपके कोचिंग संस्थान या आपके कोई साथी द्वारा बताई गई हैं।
आईएएस परीक्षा में सफल होने के लिए भाषा कोई बाधा नहीं है। आपमें आत्मविश्वास की कमी और पढ़ाई करने का तरीका इस पेक्षा में सफलता के लिए मायने रखता है। आपको हमेशा उस भाषा का चयन करना चाहिए जिसमें आप आत्मविश्वास रखते हैं और जो आपके लिए सबसे सुविधाजनक है। इस पद पर रहने वाला व्यक्ति शक्तिशाली नहीं बल्कि वह देश की सेवा करने वाला बेहद प्रभावशाली व्यक्तित्व होता हैं।