इंटरनेट डेस्क। कमांडो पुलिस एवं रक्षा बलों की स्पेशल फोर्सेस होते हैं जिसके लिए डायरेक्ट इंट्री आमतौर पर नहीं होती है। पैरा स्पेशल फोर्स (एसएफ) बनने के लिए चयन सेना की विभिन्न रेजिमेंट्स में से ही होता है।

कमांडो इंडियन आर्मी की प्रतिष्ठित फोर्स मानी जाती है। पैरा कमांडो स्पेशल ऑपरेशन, डायरेक्ट एक्शन, आतंकवाद विरोधी अभियान, गैरपरंपरागत हमले, विदेश में आंतरिक सुरक्षा और प्राकृतिक आपदा जैसे सबसे मुश्किल काम आते हैं। ये स्पेशल फोर्स देश ही नहीं, विदेशों में भी कई बड़े ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दे चुकी है।

यदि आप आर्मी में कमांडो बनना चाहते हैं तो पहले आपको आर्मी में सोल्जर या ऑफिसर के रूप में नियुक्ति पानी होगी। सैना की विभिन्न रेजिमेंट्स से इन जवानों का चयन किया जाता है। आपको बता दे कि छह महीने की कठिन परीक्षा के बाद इन जवानों का चयन किया जाता है। इन्हें इस दौरान थकावट, मानसिक और शारीरिक यातना आदि दौर से गुजारा जाता है। आपको बता दे की भारतीय कमांडो ने पहली बार की दुसरे देश की सीमा में घुसकर आतंकियों को मार गिराया था। सैना ने पाकिस्तान की सीमा घुसकर इतिहास में 29 सितंबर 2016 का दिन को स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज किया। अगर किसी ऊँची बिल्डिंग के अन्दर आतंकी छुपे हों तो कैसे उन्हें खत्म करना है, पैरा कमांडो ये बात भली - भांति जानते है।

इसके लिए आपको 10वीं पास या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। सोल्जर के पदों के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 23 वर्ष है। सैना भर्ती के उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए और उम्मीदवार ऊचाई न्यूनतम 157 सेंटीमीटर होनी चाहिए। इसके उम्मीदवार को फिजिकल, मेडिकल और परीक्षा पास करनी होता है। अगर आप बनना चाहते है, कमांडो जमकर तैयारी करेे।

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