IAS परीक्षा को लेकर फैलाए जाते हैं ये सारे झूठ, जिनमे दूर दूर तक नहीं है सच्चाई
आईएएस की परीक्षा को देश की सबसे बड़ी परीक्षा माना जाता है, जितनी बड़ी ये परीक्षा है उससे कहीं ज्यादा ये परीक्षा कठिन हैं। आईएएस की परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवार किताबों, इंटरनेट और भी कई तरीकों से तैयारी करते हैं।
आईएएस परीक्षा के लिए कई वेबसाइट और ऐप आजकल हमारे सामने हैं जिनके जरिए हम तैयारी कर सकते हैं लेकिन क्या आपको पता है आईएएस के लिए कई वेबसाइटों और सोशल प्लेटफॉर्म पर दी जाने वाली जानकारियां फेक होती हैं। ज्यादातर जगह आईएएस की परीक्षा को लेकर कई तरह के मिथक फैलाए जाते हैं, तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आईएएस को लेकर किस तरह के मिथक फैलाए जाते हैं।
आईएएस की परीक्षा देने वाले को 18-20 घंटे पढ़ना पड़ता है-
आईएएस परीक्षा को लेकर सबसे भरोसेमंद जो मिथक फैलाया जाता है वो यह है कि आपको 18-20 घंटे या कभी-कभी 24 घंटे तक पढ़ाई करने की जरूरत होती है। किसी भी इंसान के लिए 15 घंटे या उससे अधिक समय तक पढ़ें बिना वो आईएएस की परीक्षा को पास नहीं कर सकता है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है आपको केवल स्मार्ट और केंद्रित होकर पढ़ने की जरूरत होती है फिर चाहे आप कितने ही घंटे पढ़ाई करें।
दो ही वैकल्पिक विषयों का चयन करना पड़ता है-
यह अभी भी माना जाता है कि आईएएस मेन के लिए आपको दो वैकल्पिक विषयों का चयन करना होता हैं लेकिन ये काफी पुरानी बातें हो गई है, अब आपको दो के बजाय केवल एक वैकल्पिक विषय चुनने की आवश्यकता होती है।
सारी एनसीईआरटी की किताबें पढ़नी पड़ती है-
यह काफी सुनने को मिलता है कि आपको एनसीईआरटी की किताबें पढ़ने की जरूरत है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप शुरूआत से लेकर सारी एनसीईआरटी पुस्तकें लेकर बैठ जाएं। कुछ विशेष एनसीईआरटी की किताबें होती है जिन्हें आपको प्रीलिम के दौरान ही पढ़ने की जरूरत होती है।
आप जितनी भी किताबें पढ़ते हों वो ही कम हैं-
आपका उद्देश्य आईएएस परीक्षा को पास करना है ना कि आईएएस परीक्षा के लिए पढ़ते ही रहना। आपको केवल स्मार्ट अध्ययन सामग्री के साथ एक स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करने की जरूरत है। दर्जनों किताबें पढ़ने से आपको कुछ भी नहीं मिलेगा बल्कि यह आपके दिमाग में तनाव पैदा करेगी। उन सभी पुस्तकों का पालन न करें जो आपके कोचिंग संस्थान या आपके कोई साथी आपको बताते हैं।
अंग्रेजी नहीं आती वो कुछ नहीं कर सकते हैं-
आपकी भाषा आपके लिए बाधा नहीं है, असल में, आत्मविश्वास की कमी और पढ़ाई करने का तरीका मायने रखता है। स्थानीय भाषा से संबंधित किसी भी उम्मीदवार के लिए भाषा कभी भी बाधा नहीं हो सकती है। उनकी भाषा के बावजूद सभी छात्रों के लिए अलग से व्यवस्थाएं हैं। आपको हमेशा उस भाषा का चयन करना चाहिए जिसमें आप आत्मविश्वास रखते हैं और जो आपके लिए सबसे सुविधाजनक है।
आईएएस देश की सबसे ताकतवर जॉब होती है-
आईएएस एक ऐसी सर्विस होती है जिसमें आपको देश के लिए अच्छी सेवा करने का मौका मिलता है। इसका मतलब यह नहीं है कि यह भारत की सबसे शक्तिशाली जॉब है। इसके बजाय, आईएएस के ऊपर बैठे नेता सबसे ताकतवर होता है।
आपका लक आईएएस परीक्षा में काम आता है-
किसी भी तरह का कोई लक फैक्टर यहां वास्तव में लागू नहीं होता हैं। जो चीज काम करती है वो एकमात्र चीज यहां आप इस परीक्षा को किस दृष्टिकोण से देख रहे हैं और आप कितनी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। भाग्य और मौका हमारे जीवन के किसी भी प्रयास में अलग-अलग तरह से अपनी भूमिका निभाते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह एकमात्र चीज है जो मायने रखती है।