छत्तीसगढ़ सरकार ने कुछ समय पहले शाला कोष योजना की शुरूआत की जिसके तहत 55 लाख स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन और टैबलेट्स बांटने का फैसला लिया गया था लेकिन इस फैसले के बारे में जो सोचा गया था वैसा तो हुआ नहीं बल्कि इसके उलट कुछ होता दिखाई दे रहा है।

फैसला आने के बाद स्कूलों में सबकुछ सही चल रहा था लेकिन पिछले कुछ दिनों से विभाग को कई शिकायतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ छात्राओं की शिकायत है कि इन टैबलेट्स परअटेंडेंस लगाते समय इनमें पॉर्न क्लिप चलने लग जाती है। इसके अलावा ऑन करने पर कई तरह की न्यूड तस्वीरें आने लग जाती है।

छात्राओं ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा है कि जल्द से जल्द इन टैबलेट्स का उपयोग बंद किया जाना चाहिए।

आपको बता दें कि सरकार की तरफ से टैबलेट्स दिए जाने के बाद इनकी जिम्मेदारी स्कूल की होती है। वहीं इस प्रोजेक्ट के मैनेजर नीलेश सोनी का कहना है कि स्कूलों में चलने वाले ये टैबलेट किसी ना किसी वायरस का अटैक झेल नहीं पाते हैं जिसकी वजह से इनके चालू होने पर इन पर ऐसी तस्वीरें दिखाई देने लग जाती है। इसके अलावा प्रोजेक्ट मैनेजर का कहना है कि अब तक ऐसी शिकायतें 270 से अधिक स्कूलों से आ चुकी है।

वहीं स्कूलों में दिए जाने वाले इन टैबलेट्स पर इस तरहकी फिल्में चलने से पूरे राज्य में खलबली मच गई है। सरकार से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उसने भी इस मामले पर चुप्पी साध रखी है।

सोचने वाली बात यह है कि जहां सरकार अपनी योजनाओं पर पानी की तरह पैसा बहाती है और इन योजनाओं का यह हाल वाकई में चिंताजनक है। छात्रों को सुविधाओं का फायदा मिलने की जगह उन पर इसका उल्टा असर पड़ रहा है।

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