इंटरनेट डेस्क। आईएएस यानी इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस एक ऐसा पद है जो कि यूपीएससी द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली सिविल सर्विस परीक्षा पास करने के बाद मिलता है। इसे सब से कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। आईएएस में नंबर के हिसाब से टॉप रैंकर बनते हैं। प्राथमिक परीक्षा के बाद छात्रों को मेन परीक्षा देनी होती है और इसके अंकों के हिसाब से मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। इसके बाद चुनिंदा छात्र साक्षात्कार राउंड तक पहुंच पाते हैं।

टॉप रैंकर्स कैसे बनते हैं, इसका फिक्स फार्मूला तो अब तक किसी को नहीं मिला लेकिन बिहार की धरती इन टॉपर्स को पैदा करने में आज भी दूसरे नंबर पर है। आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि 4925 आईएएस अधिकारीयों में से 468 आईएएस बिहार से है। यानी, 9.38 प्रतिशत टॉप ब्यूरोक्रेट्स बिहारी हैं।

बता दें कि पिछले 2 दशकों से चुने गए कुल 3252 आईएएस अधिकारीयों में से 233 आईएएस अधिकारी बिहार के है। इसका सीधा श्रेय वहां के छात्र छात्राओं की कड़ी मेहनत को जाता है। देश की प्रशासनिक व्यवस्था को संभाल रहे 4925 आईएएस में से 462 आईएएस बिहार से ही हैं।

20 सालों का ये है रिकॉर्ड

अगर पिछले 20 सालों का रिकॉर्ड देखा जाए तो आईएएस अधिकारियों की संख्या में भी काफी बढ़त हुई है। साल 1997 से 2006 के बीच 10 सालों में देश भर से चुने गए 1588 आईएएस अधिकारियों में से 108 आईएएस अफसर बिहार से थे जो कि कुल संख्या का 6.80 प्रतिशत है। बात करें साल 2007 से 2016 के की तो कुल 1664 आईएएस अधिकारियों में से 125 आईएएस अफसर बिहार से है जो कुल संख्या का 7.51 प्रतिशत है।

साल 1987 से 1996 बिहार के लिए एक गोल्डन पीरियड के समान था इस दौरान पीएससी के जरिए कुल 982 आईएएस अधिकारियों का चयन हुआ, जिसमें अकेले बिहार से 159 अधिकारी शामिल थे। ये वाकई चौंकाने वाला आंकड़ा है और आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि बिहार के कैंडिडेट्स इस एग्जाम के लिए कितनी कड़ी मेहनत करते होंगे क्योकिं इस परीक्षा को पास करना आसान नहीं है।

सीसैट ने बिहारियों के लिए दिक्कत पैदा की

सिविल सर्विस की परीक्षाओं में कभी बिहार के विद्यार्थियों की संख्या अधिक थी लेकिन 1990 के बाद इसमें गिरावट आई। सिविल सर्विस के एक्सपर्ट डॉ. एम. रहमान के अनुसार 2011 में यूपीएससी में सिविल सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट (सीसैट) पैटर्न लागू हुआ। सीसैट में इंग्लिश लैंग्वेज को कंपल्सरी कर दिया गया जिस से बिहार के छात्र छात्राओं के लिए थोड़ी मुश्किल जरूर पैदा हुई।

हालांकि, अभी सीसैट को क्वालिफाइंग कर दिया गया है, जिसका परिणाम आने वाले सालों में देखने काे मिलेगा।

आईएएस की संख्या में टॉप 10 राज्य

उत्तर प्रदेश 731
बिहार 462
राजस्थान 376
तामिलनाडु 334
आंध्र प्रदेश 267
महाराष्ट्र 260
पंजाब 233
दिल्ली 218
हरियाणा 192

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