मोदी सरकार आने के बाद, दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर हुए इन योजनाओं के नाम
हुत कम लोग जानते हैं कि, पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख संस्थापक रहे हैं। साल 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद उनके नाम का महिमा मंडन भी शुरू हो गया हैं। सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कई योजनाएं शुरू की हैं। इसके अलावा उनके नाम पर रेलवे-स्टेशन, पोर्ट, शिक्षण संस्थान आदि के नाम भी दिए गए हैं। जानते हैं सरकार ने अपने कार्यकाल में उन्हें क्या क्या दिया .
दीनदयाल अंत्योदय योजना: इस योजना के तहत सरकार का उद्देश्य आजीविका के अवसर पैदा करना और गरीबी को कम करना हैं। यह योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का एकीकरण है।
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना: इस योजना के तहत भारत के ग्रामीण क्षेत्रों को लगातार बिजली की आपूर्ति दी जाती हैं। इस योजना को सरकार ने नवंबर 2014 में पीएम मोदी के नेतृत्व में शुरू किया था।
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना: इस योजना के तहत गरीब और ग्रामीण युवाओं को निरंतर रूप से न्यूनतम मजदूरी के बराबर या उससे ऊपर की मासिक मजदूरी उपलब्ध करवाना हैं। यह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का हिस्सा है।
दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम, दीनदयाल उपाध्याय स्वनियोजन योजना जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं के अलावा राज्य सरकार की पंडित दीनदयाल ग्रामोद्योग रोजगार योजना, दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना, पं. दीनदयाल उपाध्याय स्वयं योजना, दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना, दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास विकास योजना, दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना, दीनदयाल उपाध्याय रसोई योजना, दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना आदि शामिल है।