आखिर क्यों हमें पढ़ाई के बीच में ब्रेक लेना चाहिए ?
इंटरनेट डेस्क। हम सभी जानते हैं कि लगातार पढ़ना किसी के लिए भी अच्छा नहीं है, इससे आप ना तो पढ़ सकते हैं बल्कि इससे आपकी मानसिक हालत भी खराब हो सकती है। लगातार पढ़ते रहने से किसी को भी बोरियत हो सकती है। बोरियत होना इंसानों का एक स्वभाव है जो हो सकता है, लेकिन जितनी ज्यादा लगातार पढ़ते रहने की अहमियत है उतनी ही ज्यादा आपके लिए ब्रेक लेना जरूरी है।
लगातार पढ़ते रहने से आप सिर्फ अपने टाइम को दे रहे होते हैं ना कि अपने टाइम का कोई सदुपयोग कर रहे हों। इसलिेए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि पढ़ने के बाद आप किस तरह से ब्रेक ले सकते हैं।
रिलेक्सेशन ब्रेक लेकर मन को शांत रखें-
लगातार पढ़ाई करने के बाद हमारा दिमाग मानसिक रूप से थक जाता है इसलिए अपने दिमाग को आराम देने के लिए हमें रिलेक्स की बहुत अहम जरूरत होती है। मनोवैज्ञानिक तरीके से देखा जाए तो हमें पढ़ाई के बीच-बीच में ब्रेक की जरूरत होती है।
एक ही विषय को लगातार पढ़ना हो सकता है बोरिंग-
अक्सर यह देखा जाता है कि छात्र परीक्षा के दौरान किसी एक विषय को बहुत ज्यादा समय देते हैं जिसके कारण कुछ समय बाद उनकी बोरियत बढ़ जाती है। पढ़ाई को मजेदार और रोचक बनाने के लिए हमें एक ही विषय को लगातार कई घंटों तक नहीं पढ़ना चाहिए।
एक ही जगह बैठ कर घंटों तक ना पढ़ें-
पढ़ने के दौरान हम ये भूल जाते हैं कि हम एक ही जगह पर बैठकर घंटों तक पढ़ लेते हैं जिसके कारण हमें शारीरिक तौर पर भी कई तरह की परेशानी हो सकती है। इसलिेए किसी एक जगह पर बैठकर हमें लगातार पढ़ाई नहीं करनी चाहिए।
अपने तरीक़े से नोट्स बनाकर तैयारी करें-
कभी-कभी हम किताबों की भाषा से बोर हो जाते हैं इसलिए किताबों से पढ़ना भी कभी-कभी हमारे लिए बोरियत भरा हो सकता है इसलिए जब भी ऐसा महसूस हों अपने तरीके से खुद के नोट्स बनाकर हमें पढ़ाई करनी चाहिए।