बहुत से युवाओं का ये सपना होता है कि एयरफोर्स में फाइटर प्लेन पायलट बना जा सके और इसमें करियर बनाया जा सके। इसके लिए बहुत ही कठिन परिश्रम करने की जरूरत होती है। देश की आन, बान और शान के लिए ये लोग प्राण तक न्योछावर करने का जज्बा होता है। आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि आप एयरफोर्स में कैसे पायलट बन सकते हैं।

पायलट्स की जिम्मेदारियां

- देश के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी पायलट्स की होती है। उन्हें देश की रक्षा के लिए तैयार रहना पड़ता है।

- पायलट्स को बारह माह चौबीसों घंटे सतर्क रहना पड़ता है। हवाई क्षेत्र में भी इन्हे गश्त लगानी पड़ती है।

- इसके अलावा उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ होना भी जरूरी होता है।

पायलट बनने के है चार तरीकेे

पायलट बनने के चार तरीके है। पहला नेशनल डिफेन्स एकेडमी(एनडीए), दूसरा एनसीसी स्पेशल एंट्री, तीसरा कंबाइंड डिफेंस सर्विस यानी (सीडीएसई), और चौथा एसएससी परीक्षा द्वारा।

NDA द्वारा भर्ती और योग्यता

कैंडिडेट का भारत का नागरिक होना जरूरी है और उसकी उम्र 16 से 19 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा भौतिक विज्ञान, गणित और अंग्रेजी विषयों से बारहवीं पास होना जरुरी है। यदि कोई कैंडिडेट इन सभी योग्यताओं को रखता है तो वह NDA की परीक्षा में भाग ले सकता है। यह परीक्षा साल में दो बार होती है।

NDA के बाद शुरुआती सेलेक्शन प्रोसेस के बाद कैंडिडेट को भारतीय वायुसेना के लिए सेलेक्ट किया जाता है। उसके बाद तीन साल की ट्रेनिंग के लिए राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के खड़गवासला स्थित प्रशिक्षण केंद्र में भेजा जाता है।

कंबाइंड डिफेंस फोर्स द्वारा भर्ती और योग्यता

कंबाइंड डिफेंस फोर्स परीक्षा के लिए योग्यता अलग है और यह परीक्षा साल में दो बार होती है। इसके लिए कैंडिडेट की उम्र 19 से 23 वर्ष की आयु के युवा आवेदन कर सकते है। इस परीक्षा में भाग लेने के लिए कैंडिडेट के पास भौतिक विज्ञान (फिजिक्स), गणित और अंग्रेजी विषयों से ग्रेजुएट, बीटेक, बीई की डिग्री होना जरूरी है।

NCC द्वारा भर्ती और योग्यता

नेशनल कैडेट कॉर्प (एनसीसी) के एयर विंग सीनियर डिविजन से सी-सर्टिफिकेट धारक एनसीसी कैडेट सीधे भारतीय सेना की फ्लाइंग शाखा के लिए आवेदन कर सकते हैं। कैंडिडेट के पास मान्यताप्रात विश्वविद्यालय से 60 प्रतिशत अंकों के साथ गणित, भौतिक विज्ञान और अंग्रेजी विषयों से ग्रेजुएट, बीटेक, बीई या उसके समकक्ष डिग्री होना जरूरी है।

SSC परीक्षा द्वारा भर्ती और योग्यता

एसएससी परीक्षा द्वारा भी इंडियन एयरफोर्स में आपको एंट्री मिल सकती है। जो इसमें सेलेक्ट हो जाता है उन्हें भी इंडियन एयरफोर्स में 14 सालों के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन दिया जाता है। महिला और पुरुष दोनों ही इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। 19 से 23 की उम्र वाले कैंडिडेट इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।उनके पास मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय से 60 प्रतिशत अंकों के साथ भौतिक विज्ञान, गणित और अंग्रेजी विषयों से ग्रेजुएट, बीटेक, बीई या उसके समकक्ष डिग्री होना जरुरी है।

सेलेक्शन के बाद होती है असली परीक्षा

परीक्षा पास करने के साथ ही आप पायलट नहीं बन जाते हैं बल्कि उन्हें सबसे महत्वपूर्ण पायलट एप्टीट्यूट बैटरी टेस्ट पास करना होता है।कैंडिडेट को 13 महीने की 3 लेवल वाली कठिन ट्रेनिंग से गुजरना होता है। डिंडीगुल में छह माह के प्रशिक्षण के दौरान उन्हें बेसिक जानकारी के साथ प्रशिक्षु एयर क्राफ्ट उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।

- इसके बाद चयनित अभ्यर्थी हैलीकॉप्टर या परिवहन विमान का पायलट, फायटर बनने के लिए अपनी पसंद बता सकते है। लेकिन फायटर्स के लिए उनका चयन सिर्फ योग्यता के आधार पर ही होता है।

-इसके बाद भी प्रशिक्षण होता है और ट्रेनिंग के पूरे होने के बाद उन्हें स्क्वाड्रन में भेजा जाता है।

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