IAS परीक्षा को लेकर फैलाए जाते हैं ये मिथक, जन पर सभी करते हैं भरोसा
आईएएस की परीक्षा को देश की सबसे बड़ी परीक्षा माना जाता है, जितनी ये परीक्षा बड़ी होती है उतनी ही कठिन ही होती है और इसे क्लियर करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है।
इस परीक्षा को लेकर कुछ ऐसे मिथक भी फैलाये जाते हैं जिनमे सच्चाई नहीं होती है लेकिन लोग फिर भी इन पर आँख मूँद कर भरोसा करते हैं। तो आइए जानते हैं इन मिथक के बारे में।
आईएएस की परीक्षा देने वाले को 18-20 घंटे पढ़ना पड़ता है-
आईएएस परीक्षा को लेकर ये मिथक जरूर फैलाया जाता है कि इस परीक्षा को पास करने के लिए 18-20 घंटे की पढ़ाई करना जरूरी है। 15 घंटे या उससे अधिक समय तक पढ़ें बिना कोई भी आईएएस की परीक्षा को पास नहीं कर सकता है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। आप कितने घंटे पढ़े हैं इस से ज्यादा ये मैटर करता है कि आपके पढ़ने का तरीका क्या है।
दो ही वैकल्पिक विषयों का चयन करना पड़ता है-
सभी यही मानते हैं कि मेन परीक्षा के लिए केवल 2 ही वैकल्पिक विषयों का चयन करना होता हैं लेकिन ये काफी पुरानी बातें हो गई है। अब केवल आपको 1 सब्जेक्ट चुनना होगा।
सारी एनसीईआरटी की किताबें पढ़नी पड़ती है-
ये भी बहुत अधिक सुनने को मिलता है कि इस परीक्षा के लिए बहुत सी किताबे पढ़ने की जरूरत होती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप शुरूआत से लेकर सारी एनसीईआरटी पुस्तकें लेकर बैठ जाएं। कुछ विशेष एनसीईआरटी की मदद आपको लेनी है।
आप जितनी भी किताबें पढ़ते हों वो ही कम हैं-
आप जितनी किताबें पढ़ेंगे उतना ही कंफ्यूज होंगे इसलिए आप ऐसी किताबें खरीदें जो इम्पोर्टेन्ट हो। हालाकिं आपको कई किताबे पढ़ने की जरूरत है लेकिन इसका ये मतलब है है कि आप दर्जनों किताबें पढ़ें। उन सभी पुस्तकों का पालन न करें जो आपके कोचिंग संस्थान या आपके कोई साथी आपको बताते हैं।
अंग्रेजी नहीं आती वो कुछ नहीं कर सकते हैं-
अंग्रेजी भाषा आज के समय में बहुत मायने रखती है। स्थानीय भाषा से संबंधित किसी भी उम्मीदवार के लिए भाषा कभी भी बाधा नहीं हो सकती है। लेकिन यदि आपकी अंग्रेजी उतनी अच्छी नहीं है तो आपको कुछ भी शर्म महसूस करने की जरूरत नहीं है।
आपका लक आईएएस परीक्षा में काम आता है-
किसी भी तरह का कोई लक फैक्टर यहां वास्तव में लागू नहीं होता हैं। क्योकिं आप अपनी मेहनत के दम पर ही सब पा सकते हैं।