आईएएस परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक कहा जाता है और कई छात्र इसे 3-4 प्रयासों के बाद भी क्लियर नहीं कर पाते हैं इसलिए इसके लिए कड़ी मेहनत करना जरुरी है। दिन रात मेहनत करने के अलावा सब्जेक्ट्स का सेलेक्शन करना भी काफी महत्वपूर्ण होता है। कई कैंडिडेट्स इस परीक्षा की तैयारी 12वीं के बाद ही करने लगते हैं। ग्रेजुएशन में चुना गया सब्जेक्ट आपके आईएएस बनने में एक अहम भूमिका निभाता है। तो आईये जानते है कि किस वषय का चुनाव करना आपके लिए सही रहेगा।

1.मानविकी- यूपीएससी की तैयारी में मानविकी एक ऐसा विषय है जिसे चुन कर इस परीक्षा में सफल होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। अगर आप हर साल यूपीएससी पास करने वाले कैंडिडेट्स के डेटा को देखेंगे तो अनुमान लगा पाएंगे कि इस विषय से आईएएस परीक्षा को पास करने वालों का प्रतिशत ज्यादा है। इसलिए आप ग्रेजुएशन में भी इस सब्जेक्ट को चुन सकते हैं क्योकिं इस से ग्रेजुएशन में आपकी इस विषय पर पकड़ मजबूत हो जाएगी और आप आईएएस परीक्षा को क्लियर कर पाएंगे।

2.इंजीनियरिंग- यूपीएससी में अब इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के कैंडिडेट की सफलता की संख्या बढ़ी है। अधिक संख्या में आईएएस परीक्षा को क्लियर करने वाले कैंडिडेट्स इंजीनियरिंग या टेक्निकल बैकग्राउंड के रहे हैं। इसलिए इंजीनियरिंग के साथ भी आप इस परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।

3.विज्ञान- विज्ञान विषय चुनने वाले कैंडिडेट्स भी इस परीक्षा को क्लियर करते हैं लेकिन अन्य विषयों की तुलना में इनका प्रतिशत इतना अधिक नहीं है। हालाँकि वैज्ञानिक सोच और टेक्नोक्रेट की वजह से इस विषय के साथ एग्जाम क्लियर करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। लेकिन ये बता ना भूलें कि सब कुछ आपकी रूचि पर निर्भर करता है। जिस विषय में आपकी रूचि अधिक होगी उसी विषय को आपको चुनना चाहिए।

4.कॉमर्स- बीकॉम, बीबीए, एमबीए, सीए आदि कॉमर्स फील्ड वाले कैंडिडेट आईएएस या यूपीएससी एग्जाम के लिए उतने आकर्षित नही होते है। लेकिन पिछले कुछ सालों से कॉमर्स फील्ड से कैंडिडेट्स भी आईएएस बनने में रूचि दिखा रहे हैं। यूपीएससी परीक्षा में अब तर्क, डाटा, गणित की व्याख्या और निर्णय लेने की क्षमता जैसे सेक्शन को शामिल किया गया है जो कॉमर्स बैकग्राउंड वाले छात्रों के लिए सही है।

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