भारत में तेजी से उभरी कुछ स्‍टार्टअप्‍स कंपनियों ने अपना घाटा पूरा करने के लिए अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्‍ता दिखा दिया, अपने कर्मियों को नौकरी से निकालने वाली कंपनियों में ब्लिंकिट और अनअकेडमी जैसे स्‍टार्टअप के साथ अब बायजुस का भी नाम शामिल हो गया है।

इस साल 18 कंपनियों ने बड़ी संख्‍या में अपने कर्मियों को नौकरी से निकाला है,बता दे नौकरी से निकालने वाली टॉप 3 कंपनियाें में बायजुस, ब्लिंकिटऔर अनअकेडमी के नाम शामिल है।


बायजुस सन्न 2020-2021 में 4,588 करोड़ रुपये के घाटे में रही और मार्च 2023 तक लाभ की स्थिति में पहुंचना चाहती है,अब कंपनी के दो ही उद्देश्‍य रह गए है , एक तो घाटा पूरा करने का है और वही दूसरी तरफ कंपनी अगले 6 महीने में 2500 कर्मियों को नौकरी से निकालने वाली है, कंपनी का कहना है कि आने वाले महीनों में कंपनी 10 हजार शिक्षकों की नियुक्ति भी करेगी।


रिपोर्ट्स के मुताबिक इन कंपनियों के कर्मियों को नौकरी से निकलने के आंकड़े इस प्रकार -बायजुस ने 2500, ब्लिंकिट ने 1600 जब‍कि अनअकेडमी ने 1000 कर्मियों को नौकरी से निकला है।

इस साल कई और कंपनियां उड़ान नहीं भर पाईं और घाटे के कारण कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ी jinme सिटी मॉल ने 191, उड़ान ने 180 और फुरलेंको ने भी 180 कर्मचारियों की छंटनी की है।
कर्मचारियों की छंटनी करनेवाली अन्‍य कंपनियों में यारी, फ्रंटरॉ और उदय का नाम शामिल है, यारी ने 150, फ्रंटरॉ ने 145, जबकि उदय ने 120 लोगों को नौकरी से निकाला है।

ट्रेल ने 300, मीशो ने 250, रुपीक ने 230 और लिडो ने 200 कर्मियों को नौकरी से निकाला है
ओला और एमफाइन ने 500-500 कर्मियों को नौकरी से निकाला है,वेदांतु ने इस साल 724, कार्स 24 ने 600, वाइटहैट जूनियर और टॉपर ने 600 कर्मियों की छंटनी की है
हर कंपनियां छंटनी के पीछे अलग-अलग कारण बताती रही हैं।

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