आपने कई ऐसी लवस्टोरी देखी होगी जिनके चलते राजनैतिक परिवारों में दूरियां आई हो। आज हम आपको एक ऐसी ही लवस्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं। लंदन में आयोजित एक फैमिली फंक्शन में कांग्रेस के दिग्गज नेता राजेश पायलट के बेटे सचिन पायलट को स्कूली दिनों में ही कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुला की बेटी सारा से प्यार हो गया था। सारा को पहली बार देखते ही सचिन पायलट उन्हें दिल दे बैठे। और फिर लंदन में इस एक मुलाकात के बाद शुरू हुई सचिन पायलट और सारा पायलट की रियल लव स्टोरी।

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मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके सचिन पायलट आज की तारीख में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार किए जाते हैं। वर्तमान में सचिन पायलट राजस्थान राज्य के उपमुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं। जब सचिन ने सारा से शादी करने का फैसला किया तब देश के इन दो दिग्गज राजनीतिक परिवारों में कलह​ छिड़ गई थी। सचिन और सारा के परिवारवाले इस शादी के खिलाफ थे। आखिरकार सारा खान सचिन से शादी करके सारा पायलट बन गईं।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने अपनी बेटी सारा खान के इस फैसले का जमकर विरोध किया था। दरअसल सचिन और सारा की लव स्टोरी के बीच धर्म की दीवारें खड़ी हो गई थीं। अब्दुल्ला परिवार किसी भी कीमत पर इस शादी के लिए तैयार नहीं था।

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इसलिए शादी कार्यक्रम में सारा पायलट के पिता फारूख अब्दुला और उनके भाई उमर अब्दुला भी शामिल नहीं हुए थे। यहां तक कि अब्दुल्ला फैमिली का कोई भी सदस्य इस शादी में नहीं आया।

लेकिन सच है सचिन पायलट की किस्मत चमकी और मात्र 26 साल की उम्र में साल 2004 लोकसभा चुनाव में दौसा संसदीय क्षेत्र से सचिन पायलट ने जीत हासिल की। मनमोहन सिंह सरकार में सचिन पायलट को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद आखिरकार फारूख अब्दुला ने सचिन को अपना दामाद स्वीकार कर लिया।

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